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सौरव गांगुली का खुलासा, क्यों शुरुआत मे एमएस धोनी को नंबर 3 पर बैटिंग के लिए भेजा

यह बात सभी जानते है कि महेंद्र सिंह धोनी को एक बड़ा खिलाड़ी बनाने में टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली का एक बड़ा हाथ रहा. धोनी ने अपने करियर का आगाज गांगुली की अगुवाई में ही किया था और उनके करियर की शुरुआत काफी खराब रही थी. अपने पहले चार वनडे मैचों में एमएस धोनी एकदम फ्लॉप रहे थे और उसके बाद गांगुली ने उनके एक ऐसा मौका दिया, जिसने ना सिर्फ धोनी की बल्कि टीम इंडिया की भी तस्वीर बदल दी.

धोनी को उनके पांचवें मैच में सौरव गांगुली ने नंबर तीन पर बल्लेबाजी का मौका दिया और उन्होंने अपने कप्तान का निराश ना करते हुए यादगार 148 रनों की नायब पारी खेल डाली. महेंद्र सिंह धोनी ने यह पारी चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाफ विशाखापत्तनम के मैदान पर खेली थी.

अपनी पारी में एमएस धोनी ने 123 गेंदों का सामना किया था और पारी में 15 चौके और चार छक्कों के साथ 148 रन बनाए थे. पाकिस्तान के खिलाफ खेली इस पारी के बाद धोनी ने पीछे मुड़कर नहीं देखा और भारत के सबसे सफल विकेटकीपर बल्लेबाज बनकर दुनिया के सामने आए. 148 रनों की पारी में उनकी भारतीय टीम में जगह मानों एकद्म पक्की कर दो. इसके बाद अपने 22वें एकदिवसीय में धोनी ने श्रीलंका के विरुद्ध 183 रन बना अपनी तूफानी बल्लेबाजी का एक ओंर नमूना पेश किया.

दरअसल, सौरव गांगुली हमेशा यह मानते थे कि एक अच्छे बल्लेबाज को हमेशा शीर्ष क्रम में बल्लेबाजी करनी चाहिए ताकि वह अधिक से अधिक गेंदों का सामना कर सके. धोनी से पहले उन्होंने वीरेंद्र सहवाग को भी मध्यक्रम के बल्लेबाज से सलामी बल्लेबाज बनाने का एक अहम काम किया था.

गांगुली ने इस पर मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर का उदाहरण दिया और कहा कि अगर वह वनडे में नंबर 6 पर बल्लेबाजी करते रहते तो वह इतने महान खिलाड़ी नहीं होते. सौरव गांगुली ने कहा है, “उन्हें (धोनी) को विशाखापट्टनम में नंबर 3 पर बल्लेबाजी करने का मौका मिला, शानदार शतक बनाया और जब भी उन्हें अधिक ओवर खेलने का मौका मिला, उन्होंने बड़ा स्कोर बनाया. अगर तेंदुलकर नंबर 6 पर बल्लेबाजी करते रहते तो तेंदुलकर नहीं बनते, क्योंकि आपको खेलने के लिए मुट्ठी भर गेंदें मिलती हैं.’’

महेंद्र सिंह धोनी टीम इंडिया के एक बड़े मैच जीताऊ खिलाड़ी रहे. उन्होंने 350 एकदिवसीय मैच खेले और 50.57 की शानदार औसत के साथ 10773 रन बनाए. दाएं हाथ के बल्लेबाज ने टीम इंडिया को कामयाबी के शिखर तक पहुंचाने में एक बड़ा हाथ निभाया.

बता दें कि धोनी ने हाल ही में इंटरनैशनल क्रिकेट से संन्यास लेने का फैसला लिया था. 15 अगस्त की शाम को उन्होंने इंस्टाग्राम पोस्ट के जरिए अपने फैन्स को इस बात की सूचना दी. उन्होंने अपने पसंदीदा गाने को शेयर करते हुए कहा कि शाम सात बजकर 29 मिनट से मुझे रिटायर्ड समझिए.

Written by: अखिल गुप्ता

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